प्रदेश में बारिश का सिलसिला जारी है। खराब मौसम को लेकर जारी ऑरेंज अलर्ट के बीच पिछले चौबीस घंटे में हुई तेज बारिश से कई इलाकों में भारी नुकसान हुआ है। कठुआ जिले में सबसे ज्यादा 130 एमएम बारिश से भारी नुकसान हुआ है। जम्मू संभाग में मकान ढहने, सड़कें बहने और पुलिया टूटने समेत कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर के अनुसार मंगलवार को भारी बारिश के आसार हैं, जिससे बाढ़, भूस्खलन का खतरा बना रहेगा।


जिला पुलिस रामबन ने लोगों को भारी बारिश के कारण आज नेशनल हाईवे-44 पर यात्रा करने से बचने की सलाह दी है। पंथ्याल-मगरकोट मार्ग पर बारिश के कारण भूस्खलन शुरू हो गया है। यात्रियों की सुरक्षा के लिए यातायात को रोक दिया गया है। जम्मू संभाग के अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हुई है। कटड़ा में पिछले 24 घंटों में सबसे अधिक 99 मिमी बारिश दर्ज की गई है।


जम्मू संभाग के कठुआ में बारिश ने सोमवार को जमकर तांडव मचाया। जहां उज्ज दरिया और तरनाह नाले की बाढ़ में पांच लोग फंस गए, जिन्हें रेस्क्यू टीमों ने सुरक्षित निकाला। हालांकि इस दौरान एक स्कूटी बाढ़ में बह गई। तेज बारिश के बाद आई बाढ़ से कठुआ मेडिकल कॉलेज की एप्रोच रोड बह गई।

प्रदेश के प्रवेशद्वार लखनपुर में रावी दरिया किनारे बनी झुग्गी झोंपड़ी की बस्ती जलमग्न हो गई। लोगों का सामान और कुछ मवेशी बह गए हैं, हालांकि झोंपड़ी में रह रहे लोगों ने भाग कर जान बचाई। उधमपुर जिले में बारिश से कई इलाकों में जलभराव हो गया। यहां दो माह पहले बनाई गई पुलिया बाढ़ में बह गई। रविवार देर रात तेज बारिश से जम्मू शहर की कालिका कॉलोनी में नाले किनारे बने तीन मकानों की दीवारें ढह गईं।