रायगढ़। भूपदेवपुर थाना के अन्तर्गत जेएसडब्ल्यू कम्पनी नहरपाली में 22 जुलाई को डीआरआई मिक्स मटेरियल के स्थान पर ट्रक का चालक कम्पनी से 33.470 टन पिग आयरन (कीमती 12.71 लाख) की चोरी कर फरार होता इसके पहले ही पकड़ा गया। चोरी में शामिल ट्रेलर वाहन का चालक तथा कम्पनी के माल लोडिंग सुपरवाईजर, सेक्युरिटी गार्ड को भूपदेवपुर पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर चोरी की सम्पत्ति मय ट्रेलर वाहन कब्जे में लिया गया है। आरोपियों को कल रिमांड पर भेजा जावेगा।
मिली जानकारी के अनुसार 22 जुलाई की दोपहर करीब 03ः45 बजे ट्रक क्रमांक सीजी 13 एलए -1580 का चालक हारून अंसारी जेएसडब्ल्यू प्लांट के अंदर डीआरआई मिक्स मटेरियल उठाने के लिए आया था। रात्रि के करीब 11ः45 बजे ट्रक का चालक मुख्य गेट के पास लोड गाडी लेकर पहुंचा। उस समय सेक्युरिटी गार्ड उमेश यादव ड्यूटी पर तैनात था जिसने उस ट्रक को बड़ी सफाई से गेट के बाहर निकाल दिया। उसी समय सेक्युरिटी सिफ्ट इंचार्ज आशुतोष चतुर्वेदी की नजर दोनों पर पड़ी जिस पर ट्रक को रोक कर ड्रायवर से कागजात मांगे, ट्रक चालक हारून अंसारी कोई कागजात पेश नहीं किया, तब शंका होने पर ट्रेलर को वापस प्लांट के अंदर भेजकर चेक कराये तो ट्रक में क्त्प् मिक्स मटेरियल के स्थान पर पिग आयरन लोड किया हुआ था । ड्रायवर से पूछताछ किये तो बताया कि माल लोडिंग सुपरवाईजर अजीत चौधरी एवं गार्ड उमेश यादव के साथ मिलकर इन्होने 33.470 टन पिग आयरन कीमती 12,71,860 रूपये को चोरी कर ले जा रहा था।
पिग आयरन चोरी के संबंध में जेएसडब्ल्यू नहरपाली के प्रबंधक अमित सिकरवार द्वारा आज थाना प्रभारी भूपदेवपुर निरीक्षक उत्तम साहू को मिलकर घटना की जानकारी दिया गया तथा लिखित में कार्रवाई करने आवेदन दिया गया है, जिस पर थाना प्रभारी द्वारा ट्रक चालक हारून अंसारी एवं सुपरवाईजर अजीत चौधरी तथा गार्ड उमेश यादव के विरूद्ध धारा 379,34 भादवि दर्ज कर तत्काल पुलिस टीम लेकर आरोपी ट्रक चालक हारून अंसारी उम्र 23 साल निवासी ओबरा जिला गढ़वा (झारखंड) ,लोडिंग सुपरवाईजर अजीत चौधरी उम्र 44 वर्ष निवासी बोइरदादर थाना चक्रधरनगर रायगढ़, सिक्युरिटी गार्ड उमेश यादव उम्र 26 साल निवासी हरसिद्धी जिला चम्पारण (बिहार) को गिरफ्तार कर चोरी गई पिग आयरन मय ट्रेलर वाहन कब्जे में लिया गया है। आरोपियों को कल न्यायिक रिमांड पर भेजा जाएगा। मामले में शीघ्र आरोपियों की गिरफ्तारी एवं माल बरामदगी में टीआई उत्तम साहू एवं सहायक उप निरीक्षक देव प्रसाद चौहान, आरक्षक सिदार सिंह सिदार, कृष्ण कुमार वारेन, सुमीत उरांव की महत्वपूर्ण भूमिका रही है ।