गिरिडीह जिले के भेलवाघाटी थाना क्षेत्र से सटे बिहार के चकाई थाना क्षेत्र के बोंगी पंचायत के टोलापहाड़ स्थित बाराजोर टोला में बुधवार करीब 10 बजे रात नक्सलियों ने घर में सो रहे पिता-पुत्र को बाहर निकाल कर अंधाधुंध फायरिंग कर मौत के घाट उतार दिया। मृतकों में पिता चतुर उर्फ चोपाइ हेम्ब्रोम (50) एवं उसका पुत्र अर्जुन हेम्ब्रोम (35) शामिल है। अर्जुन गांव में राशन दुकान चलाता था और चतुर मजदूरी का काम करके परिवार का खर्च चलाता था।
घटना की सूचना के बाद बोंगी पंचायत समेत झारखंड के सीमाई गावों में दहशत फैल गया। इस संबंध में परिजनों ने बताया कि गुरुवार को बताया कि बुधवार रात खाना खाकर वे लोग सो रहे थे। उसी क्रम में करीब साढ़े दस बजे रात में करीब 15-20 की संख्या में आए हथियारबंद नक्सलियों ने घर का दरवाजा जबरन खुलवाया और घर के अलग अलग कमरे में सो रहे पिता चोपाई एवं पुत्र अर्जुन हेम्ब्रोम को पकड़कर जबरन घर के दरवाजे पर ले गए और कई राउंड गोली चलाकर दोनों को मौत के घाट उतार दिया।
घर की महिलाओं ने हो हल्ला करने का प्रयास किया तो नक्सलियों ने महिलाओं को लाठी डंडे से मारपीट कर मुंह बंद करवा दिया। वहीं आसपास के घरों के दरवाजे में बाहर से कुंडी लगाकर लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने का निर्देश दिया। बताया कि नक्सली वहां करीब एक घंटे से अधिक समय तक रहकर घटना को अंजाम देने के बाद लाल सलाम, नक्सली जिंदाबाद के नारे लगाते हुए जंगल की ओर चले गए।
घटनास्थल के पास नक्सलियों ने पर्चा छोड़कर दोनों को पुलिस का एसपीओ बताकर मृत्युदंड की सजा देने, नई जनवादी राज सत्ता की स्थापना के लिए इलाके में जन युद्ध को व्यापक जन समर्थन करने, तमाम मेहनतकश जनता को पुलिस के बहकावे में एसपीओ का काम नहीं करने, नहीं तो खून बहेगा सड़कों पर, तमाम युवक युवतियों को पीएलजीए में भर्ती होकर इलाके से पुलिस कैंपों को उखाड़ फेंक कर जनता का राज सत्ता स्थापित करने करने की बात कही है।
निवेदक के पर्चे में भाकपा माओवादी लिखा हुआ था। घटना की सूचना के बाद गुरुवार को पहुंची चकाई थाना पुलिस एवं सीआरपीएफ के जवानों ने घटनास्थल के पास से नक्सलियों द्वारा छोड़े गये पर्चे एवं 16 खोखा बरामद किया। साथ ही शवों का पंचनामा करने के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए जमुई भेज दिया।
इस संबंध में जमुई के एसपी अभियान सुधांशु कुमार ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंचकर शवों को कब्जे में ले लिया है। हाल ही में जेल से छूटकर आए नक्सलियों के दस्ते द्वारा घटना को अंजाम देने की बात सामने आ रही है। घटना में शामिल नक्सलियों को चिन्हित कर शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मौके पर चकाई थानेदार राजीव कुमार तिवारी, चरकापत्थर थानाध्यक्ष राजाराम शर्मा, मुख्यालय डीएसपी लालबाबू यादव समेत सीआरपीएफ के कई अधिकारी व जवान उपस्थित थे।
नक्सली घटना से भेलवाघाटी थाना के सीमाई गांवों में दहशत
बुधवार की रात में चकाई के टोलापहाड़ में हुई नक्सली घटना में पिता-पुत्र की हत्या के बाद भेलवाघाटी के सीमाई गांवों में भारी दहशत देखा गया। घटनास्थल करीब पांच-सात किलोमीटर दूर पहाड़ की कंदरा में अवस्थित है। घटना के बाद इस थाना क्षेत्र के गरही, सीताकोभर, भेलवाघाटी, कारीपहाड़ी, गरंगा, चंदली, पिपराडीह, लकरमरवा, तिलकडीह, पन्दनाडीह, गरही, नोनियातरी, रमनीटांड़ आदि गांवों में भारी दहशत देखी गयी। उपरोक्त सीमाई गांवों के लोगों ने बताया कि नक्सली घटना से दहशत आए दिन बनी रहती है। जिसके कारण अब इस इलाके में बेटे बेटियों को शादी विवाह करने में परेशानी होने लगी है।