उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के लोनी की अशोक विहार कॉलोनी में शनिवार दोपहर बदमाशों ने घर में घुसकर महिला मुनिया (35) को बंधक बनाकर उनकी गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद लूटपाट कर गेट बंद कर फरार हो गए। परिजनों ने बताया कि घर से 70 हजार नकद और सवा लाख के गहने गायब हो गए हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार, बागपत के दौलतपुर निवासी दिलशाद पत्नी मुनिया (35), बेटी अलिशा (13), आहत (10) और अरहाम (3) के साथ रहते हैं। परिजनों के अनुसार शनिवार सुबह दिलशाद काम पर चले गए थे। अलिशा और आहत दोनों पढ़ाई कर दोपहर करीब डेढ़ बजे घर पहुंची तो मुख्य गेट पर कुंडी लगी थी। बच्चे दरवाजा खोलकर अंदर गए तो मुनिया सोफे पर मृत पड़ी थी, उनके हाथ-पैर कपड़े से बंधे थे, गले पर कपड़ा बंधा हुआ था। तीन साल का बेटा उनके पास खड़ा रो रहा था। पड़ोसियों ने पुलिस को घटना की सूचना दी। पुलिस को बेड के अंदर एक लाख रुपये मिले।
परिजनों का कहना है कि दिलशाद के ड्यूटी पर जाने के बाद बच्चे भी स्कूल चले जाते हैं। सुबह आठ बजे से डेढ़ बजे तक मुनिया गेट बंद ही रखती थी। वह अपने मकान के ऊपरी कमरे में रहती थी। नीचे फ्लोर पर वह साफ सफाई के लिए आती थी। वह किसी अंजान के लिए दरवाजा नहीं खोलती थी। अंदेशा है कि किसी जान पहचान वाले ने ही घटना को अंजाम दिया।
घर से आ रही थी तेज गानों की आवाज
पड़ोसियों का कहना है कि शनिवार दोपहर करीब 12:30 बजे घर के अंदर से तेज गाने बजने की आवाज आ रही थी। दस मिनट बाद गानों की आवाज बंद हो गई। अंदेशा है कि बदमाशों ने तेज गाने इसलिए बजाए ताकि आवाज बाहर न जा सके।
मुनिया के गले पर निशान, करीबी पर शक
पुलिस के अनुसार महिला के गले पर निशान मिले हैं। संभवत : महिला की कपड़े से गला दबाकर हत्या की गई है । बेटी अलिशा ने बताया कि उसकी मां नीचे कमरे में कोई कपड़ा नहीं रखी थी। ऐसे में आरोपी हत्या करने के लिए बाहर से कोई हथियार नहीं लाया। महिला की हत्या करने के लिए आरोपी ऊपर कमरे से कपड़ा लाया फिर उसकी हत्या की।
हो सकता है कोई करीबी
एसपी देहात डॉ. ईरज राजा का कहना है कि घटना में किसी करीबी के शामिल होने का अंदेशा है। इतनी आबादी के बीच किसी बाहरी व्यक्ति का घर में घुसना आसान नहीं है। आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं। कॉल डिटेल और आसपास के लोगों से बात कर साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। अभी तक तहरीर नहीं मिली है।