नये साल के जश्न में भूकंप ने बीती रात खलल डाली. जानकारी के अनुसार नये साल के स्वागत में खुशियां मना रहे दिल्ली और आसपास के लोगों को भूकंप के झटके महसूस हुए, जिससे वे सहम गये.
नये साल के पहले दिन रविवार देर रात दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में भूकंप के झटके लोगों ने महसूस किये. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार भूकंप से किसी जान-माल की क्षति नहीं हुई है. भूकंप की तीव्रता 3.8 बतायी जा रही है.
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने जानकारी दी कि रात करीब 01:19 बजे 3.8 तीव्रता का भूकंप आया था. भूकंप का केंद्र हरियाणा के झज्जर में था और इसकी गहराई जमीन से 5 किमी नीचे थी. भूकंप के बाद लोग लगातार सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.
ट्विटर यूजर मीम्स बनाकर दे रहे हैं नये साल की बधाई
ट्विटर यूजर मीम्स बनाकर शेयर कर रहे हैं. एक यूजर ने लिखा तौबा तौबा तौबा सारा मूड खराब कर दिया. एक अन्य यूजर ने लिखा कि निर्लज्ज तू फिर आ गया. नये साल की बधाई देते वक्त में सोशल मीडिया यूजर इस तरह के मीम्स का यूज कर रहे हैं.
हरियाणा में महसूस किये गये भूकंप के झटके
हरियाणा में रात 1:19 बजे भूकंप के झटके लोगों ने महसूस किये. खबरों की मानें तो झज्जर का बेरी भूकंप का केंद्र रहा और भूकंप की तीव्रता 3.8 मापी गयी. हरियाणा में हलचल जमीन से मात्र 5 किलोमीटर नीचे रिकॉर्ड की गयी. यहां आपको बता दें कि रोहतक-झज्जर से गुजर रही महेंद्रगढ़-देहरादून फॉल्ट लाइन के नजदीक अकसर भूकंप के झटके महसूस किये जाते हैं.
जानें कैसे मापी जाती है तीव्रता?
भूकंप को रिक्टर स्केल से मापा जाता है. रिक्टर स्केल भूकंप की तरंगों की तीव्रता मापने का एक गणितीय पैमाना है, इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है. रिक्टर स्केल पर भूकंप को इसके केंद्र यानी एपीसेंटर से 1 से 9 तक के आधार पर मापते हैं. ये स्केल भूकंप के दौरान धरती के भीतर से निकली ऊर्जा के आधार पर तीव्रता को मापता है.
कितने प्रकार के होते हैं भूकंप
भूकंप दो प्रकार के होते हैं: टेक्टोनिक और ज्वालामुखीय भूकंप. विवर्तनिक भूकंप भ्रंशों और प्लेट सीमाओं के साथ अचानक गति से उत्पन्न होते हैं. सक्रिय ज्वालामुखियों के नीचे बढ़ते लावा या मैग्मा से प्रेरित भूकंपों को ज्वालामुखीय भूकंप कहा जाता है.