मानव तस्करी का मामला सामने आया है। झारखण्ड और छत्तीसगढ़ से तस्करी कर ले जाए गए 17 नाबालिगों में से 16 लड़कियों को बचाया गया। पुलिस ने गुरुवार को मामले की जानकारी दी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तस्करी में कथित तौर पर शामिल होने के आरोप में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि एक विशेष जांच दल (एसआईटी) ने दिल्ली, चंडीगढ़, नोएडा, पानीपत और गाजियाबाद में छापेमारी की और बच्चों को बचाया, जो झारखंड के लातेहार जिले और छत्तीसगढ़ के बलरामपुर से हैं।
मामले की जानकारी देते हुए लातेहार के पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन ने कहा, हमारी एसआईटी ने 16 लड़कियों सहित 17 नाबालिगों को बचाया। जिनकी बिचौलियों द्वारा तस्करी की गई थी और एजेंसियों द्वारा उनका शोषण किया गया था। हमने सात लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक जोड़े के अलावा एक एजेंसी चलाने वाला भी शामिल है। हमारी टीम अभी भी दिल्ली में है, हम कोशिश कर रहे हैं कि और अधिक बच्चों को बचाया जा सके।
झारखंड हाईकोर्ट ने बुधवार को नाबालिगों को बचाने के लिए लातेहार पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) के प्रयासों की सराहना की थी। पुलिस ने अदालत को बताया कि मानव तस्करी के 15 अन्य पीड़ितों को भी बचाया गया है। न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद और न्यायमूर्ति नवनीत कुमार की खंडपीठ एक ऐसे व्यक्ति की जमानत याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिस पर मानव तस्करी का आरोप लगाया गया है। लातेहार जिला न्यायालय से याचिका खारिज होने के बाद आरोपी ने जमानत की मांग करते हुए याचिका दायर की थी। बता दें झारखंड से तस्करी करके लाई गई ग्यारह लड़कियों को मई में बेंगलुरु में बचाया गया था।