निगम में महापौर निधि में पक्षपात को लेकर मचा बवाल!, असंतुष्ट कांगे्रसियों द्वारा काटजू मैडम के खिलाफ मोर्चा खोलने की खबर, शहर अध्यक्ष सहित वरिष्ठ कांगे्रसी मामले को सुलटाने में जुटे

by Kakajee News

रायगढ़। रायगढ़ नगर निगम में निकाय चुनाव के बाद से सभापति और महापौर के बीच चली आ रही खटास नये-नये रूप लेकर सामने आ रही है। कभी महापौर के द्वारा राजधानी में अपने ही कांगे्रसी पार्षदों पर सहयोग नही करने का आरोप मढ़ा जाता है तो कभी असंतुष्ट कांगे्रसी अपने ही महापौर के खिलाफ खड़े हो जाते हैं। ताजा मामला रायगढ़ नगर निगम में महापौर निधि के दुरूपयोग को लेकर सामने आया है। सूत्र बताते हैं कि दर्जन भर से अधिक पार्षदों ने महापौर निधि के दुरूपयोग और अपने वार्डो में इसका उपयोग नही होनें को लेकर महापौर के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया है। इन असंतुष्ट कांगे्रसी पार्षदों ने छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा के नाम इस आशय का एक पत्र भी भेजा है। जिसमें इस मामले में जांच न होनें पर पार्षद पद से त्याग पत्र तक देने की बात कही जा रही है।

नगर निगम रायगढ़ में महापौर जानकी काटजू और सभापति जयंत ठेठवार और उनके समर्थक पार्षदों के बीच लंबे समय से चली आ रही खटास कोई नई बात नही है। समय-समय पर निगम के कुछ कांगे्रसी असंुष्ट पार्षद अपनी ही पार्टी के महापौर के खिलाफ मुखर होते रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में महापौर निधि के दुरूपयोग को लेकर शहर के करीब 14 असंतुष्ट कांगे्रसी पार्षदों ने महापौर के खिलाफ मोर्चा खोला है।

 

सूत्र बताते हैं कि महापौर की कार्य प्रणाली से असंतुष्ट कांगे्रस पार्षदों का आरोप है कि नगर निगम में कांगे्रस पार्टी की बहुमत वाली शहर सरकार के बावजूद महापौर के द्वारा उनके वार्डो में महापौर निधि की राशि का एक भी पैसा विकास कार्य के लिये नही दिया गया है। जबकि इसके विपरीत शहर के कुछ भाजपा पार्षदों के वार्डो को इसी महापौर निधि से 40 से 45 लाख की स्वीकृति विकास कार्यो के लिये दी गई है। ऐसे में जिन कांगे्रसी पार्षद वाले वार्डो में यह राशि नही दी गई है, वहां के पार्षद महापौर के कार्यप्रणाली से असंतुष्ट और आक्रोशित हैं।

 

बताया जा रहा है कि अब इन कांगे्रसी पार्षदों ने महापौर के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है और छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा के नाम अपने हस्ताक्षर से एक पत्र उन्हें भेजा है जिसमें महापौर पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए पूरे मामले की जांच व कार्रवाई की मांग की गई है। सूत्र बताते हैं कि इस पत्र में असंतुष्ट कांगे्रसी पार्षदों ने इस मामले में कोई कार्रवाई न होनें पर पार्षद पद से इस्तीफा तक देने की पेशकश की है। कुल मिलाकर कांगे्रसी पार्षदों के इस असंतोष के बीच जहां महापौर जानकी काटजू कटघरे में खड़े कर दी गई हैं। वहीं इस मामले को लेकर नगर निगम में बवाल मच गया है।

 

इसी वजह से सोमवार के पूरे दिन निगम परिसर में गहमा-गहमी का माहौल देखा गया। हालांकि शहर कांगे्रस अध्यक्ष अनिल शुक्ला से हमारे संवाददाता ने इस संबंध में जब चर्चा की तो उन्होंने पूरे मामले से कन्नी काटते हुए इस तरह की किसी भी तरह की शिकायत से अनभिज्ञता जाहिर की। उनका कहना था कि कांगे्रस के कुछ पार्षद उनसे मिलने जरूर आए थे मगर उनके द्वारा विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियों के संबंध में ही चर्चा की गई है और कोई बात नही है।

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