भभुआ कैमूर (बंटी जायसवाल)। कैमूर जिले के चार विधानसभा सीट पर पहले चरण में मतदान को लेकर 1 अक्टूबर से ही नामांकन की प्रक्रिया प्रत्याशियों का शुरू हो गया है। जिसका अंतिम तिथि 8 अक्टूबर तक है। जो कम समय नामांकन में बचा भी हुआ है। सोमवार को जिले के चैनपुर विधानसभा सीट के लिए बहुजन समाज पार्टी यानी बसपा से प्रत्याशी के रूप में मो. जमा खान ने नामांकन का पर्चा भरा है। वह अपने दो लोगों के साथ भभुआ अनुमंडल कार्यालय स्थित भभुआ डीसीएलआर सह सहायक निर्वाची पदाधिकारी के पास नामांकन का पर्चा दाखिल किया।
जिसके बाद वह अपने क्षेत्र के लिए समर्थकों के रवाना हुए। मिली जानकारी के मुताबिक, अब चैनपुर विधानसभा सीट के लिए 10 प्रत्याशियों ने नामांकन के लिए एनआर रसीद कटवाया है। पिछले 2015 के विधानसभा चुनाव में बसपा के प्रत्याशी मो. जमा खान का टक्कर बिहार सरकार के मंत्री व बीजेपी के विधायक बृजकिशोर बिंद से हुई थी। जिसमें जमा खान बहुत कम 671 वोट से हार गए। बीजेपी से बृजकिशोर बिंद ने जीत दर्ज किया था।
लेकिन इस बार भी बीजेपी के प्रत्याशी से बसपा के जमा खान का सीधा टक्कर होना बताया जाता है। क्योंकि जमा खान कम वोट स हारे थे। हालांकि एनडीए से अभी सीट बंटवारे नहीं हो पाने के कारण उम्मीदवार के नाम का खुलासा नहीं हो पाया है। लेकिन मंत्री बृजकिशोर बिंद ने अपने नामांकन के लिए एनआर रसीद कटवा लिया है। वही राजद नेता भोलानाथ सिंह ने भी एनआर रसीद कटवाया है।
बसपा प्रत्याशी मो जमा खान ने बताया हमारा मुख्य मुद्दा क्षेत्र का विकास करना है। इस सरकार में जो विकास होना चाहिए था वह नहीं हो पाया है। किसानों के लिए सिंचाई का मुद्दा है। जो सिंचाई का व्यवस्था नहीं हुआ। इस विधानसभा क्षेत्र में वन सेंचुरी के कारण ग्रामीण महुआ, और तेंदू पता नहीं चून पाते हैं। अगर हमारी सरकार बनती है तो वन सेंचुरी हटाने का प्राथमिकता रहेगा । साथ ही इधर के लोगों को सिंचाई सुविधा बहाल कराने का भी प्रयास रहेगा। कई पहाड़ी इलाके में सड़क, बिजली नहीं है। मेरे चुनाव जीतने के बाद क्षेत्र में सभी विकास के कार्य को किया जाएगा।
चैनपुर विधानसभा से ही निर्दलीय प्रत्याशी के लिए विश्वंभर नाथ बिंद ने भी नामांकन का पर्चा दाखिल किया है। वही रामगढ विधानसभा सीट से बसपा से पूर्व विधायक अंबिका यादव ने भी नामांकन मोहनियां में सहायक निर्वाची पदाधिकारी के पास किया है।