रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बधेल ने अपने पिता नंदकुमार बघेल के द्वारा ब्राम्हण समाज के उपर टिप्पणी किये जाने के बाद पहली बार अपनी बात सामने रखी है। लगातार ओछी बयानबाजी तथा ब्राम्हण समाज को विदेशी तक कहे जाने से उनका विरोध शुरू हो गया है और जगह जगह पुतले जलाकर उनके पिता के नंदकुमार बधेल के खिलाफ एफआईआर की मांग की जा रही है। बताया जाता है कि रायपुर के दिनदयाल नगर थाने में धारा 155 . ए, 505 (1) (बी) के तहत अपराध पंजीबद्व करके जांच शुरू कर दी है। इसके बाद भूपेश बघेल ने कहा है कि विगत दिनों उनके पिता श्री नंदकुमार बघेल द्वारा एक वर्ग विशेष के विरूद्ध की गई टिप्पणी उनकेसंज्ञान में आयी है। उनकी इस टिप्पणी से समाज के एक वर्ग की भावनाओं और सामाजिसद्भाव
को ठेस लगी है उनके इस बयान से उन्हें भी दुःख हुआ है।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि मुझे सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यमों से यह ज्ञात हुआ है कि ये बात कही जा रही है कि श्री नंदकुमार बघेल पर इसलिये कार्यवाही नहीं होगी क्योंकि वे मुख्यमंत्री के पिता हैं। श्री भूपेश बघेल ने यह स्पष्ट कहा है कि उनकी सरकार सभी को एक ही दृष्टि से देखती है। उनके पिता नंदकुमार बघेल से उनके वैचारिक मतभेद शुरू से हैं ये बात सभी को पता है।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा है कि हमारे राजनीतिक विचार एवं मान्यतायें भी बिल्कुल अलग अलग हैं। एक पुत्र के रूप में मैं उनका सम्मान करता हूँ लेकिन एक मुख्यमंत्री के रूप में उनकी किसी भी ऐसी गलती को
माफ नहीं किया जा सकता जो सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने वाली हो। उनकी सरकार में कोई भी कानून से ऊपर नहीं है फिर चाहे वो मुख्यमंत्री के 86 साल के पिता ही क्यों न हो।भूपेश बघेल ने कहा है इस सम्बंध में पुलिस द्वारा विधिसम्मत कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी ।
छत्तीसगढ़ सरकार हर जाति, हर धर्म, हर वर्ग हर समुदाय के लोगों केसम्मान और उनकी भावनाओं की कद्र करती है, सभी को एक समान महत्व देती है और सभीके मान सम्मान और संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करना अपना कर्तव्य समझती है। मुख्यमंत्री ने कहा है – हमारे लिए कानून सर्वोपरी है।