Lakhimpur Kheri LIVE today: यूपी के लखीमपुर खीरी में भड़की हिंसा के बाद सियासत तेज है। ताजा खबर यह है कि यूपी सरकार के गृह विभाग ने राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा समेत पांच नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति दे दी है। समाचार एजेंसी ANI ने यूपी सरकार के होम डिपार्टमेंट के हवाले से यह जानकारी दी। प्रियंका गांधी पहले से यूपी में हैं और राहुल गांधी लखनऊ पहुंच गए हैं। उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी हैं। इस बीच, भाजपा का आरोप है कि यूपी जाकर राहुल गांधी कानून व्यवस्था बिगाड़ना चाहते हैं।
लखीमपुर रवाना होने से पहले राहुल गांधी ने दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और केंद्र के साथ ही यूपी सरकार पर निशाना साधा। उनका कहना है कि किसानों को निशाना बनाया जा रहा है, मारा जा रहा है और जो लोग उनकी आवाज उठाने की कोशिश कर रहा है, उन्हें रोका जा रहा है। राहुल गांधी ने बताया कि धारा 144 लगी है, इसलिए वे दो और लोगों को लेकर वहां जाएंगे।
इस बीच, उत्तर प्रदेश के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा है कि स्थिति को नियंत्रण में आने दें और शवों का अंतिम संस्कार हो जाने दें। जब ये चीजें होंगी तो हम राजनीतिक नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने देंगे। हम चीजों को जल्द से जल्द करने की कोशिश कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही ये बातें
राहुल गांधी ने कहा, कुछ समय से देश के किसानों पर सरकार का आक्रमण हो रहा है। किसानों को जीप के नीचे कुचला जा रहा है। उनकी हत्या की जा रही है। भाजपा के मंत्री के बेटे पर कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है।
इस मुद्दे को उठाना आपकी (मीडिया) जिम्मेदारी है, लेकिन जब हम सवाल पूछते हैं, इस मुद्दे को उठाते हैं, तो आप (मीडिया) कहते हैं कि हम राजनीति कर रहे हैं।
आज हम दो मुख्यमंत्रियों के साथ उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जाएंगे और वहां की स्थिति को समझेंगे और किसानों के परिवारों का समर्थन करेंगे। हां, प्रियंका को (सीतापुर में) नजरबंद किया गया है, लेकिन यह किसानों से जुड़ा मामला है।
धारा 144, इसलिए प्रशासन ने नहीं दी अनुमति
इससे पहले राहुल गांधी ने चार अन्य नेताओं के साथ लखीमपुर जाने और पीड़ित परिवारों से मुलाकात करने की अनुमति मांगी थी। राहुल गांधी के साथ सचिन पायलट, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और केसी वेणुगोपाल भी लखीमपुर जाना चाहते थे। प्रशासन का कहना है कि लखनऊ में लागू की गई आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के मद्देनजर राज्य सरकार ने कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को लखीमपुर खीरी जिले का दौरा करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। इलाके में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए यहां 8 नवंबर तक धारा 144 लगाई गई है।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय टेनी ने फिर दी सफाई
घटना का मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी और उनके बेटे आशीष मिश्र को बताया जा रहा है।अब अजय मिश्र ने एक बार फिर सफाई दी है। उन्होंने कहा, मेरा बेटा कार में नहीं था। कार पर हमला करने के बाद चालक घायल हो गया, कार अपना संतुलन खो बैठी और वहां मौजूद कुछ लोगों के ऊपर चढ़ गई। मैंने उन लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है जिन्होंने अपनी जान गंवाई है। निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
Lakhimpur Kheri LIVE: हर विपक्षी नेता बोले- चलो लखीमपुर
घटना सामने आने के बाद हर विपक्षी नेता लखीमपुर खीरी आकर सियासी रोटियां सेंकना चाहता है। वहीं यूपी सरकार का कहना है कि नेताओं के वहां मजमा लगाने से जांच प्रभावित होगी। वैसे ही किसानों की सभी मांगे मान ली गई हैं। इससे पहले कांग्रेस महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका वाड्रा ने भी कानून तोड़ने की कोशिश की जिसके बाद सीआरपीसी की धारा 151 (संज्ञेय अपराध को रोकने के लिए) के तहत उनके खिलाफ केस किया गया। इसी तरह सोमवार की देर रात समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी।