लगातार हो रही बारिश मुसीबत बनती जा रही है। बरसात के बाद उत्तराखंड में आपदा जैसे हालात हैं। बरसात के बाद मलबे में दबकर टिहरी जिले में तीन और पौड़ी जिले में भी एक व्यक्ति की मौत हुई। देहरादून में अतिवृष्टि के बाद पांच सहित प्रदेशभर में 13 लोग लापता हो गए हैं। मलबे में करीब एक दर्जन मकानों को भी नुकसान पहुंचा है। कई जिलों में नालों के उफान पर आने के बाद सड़कें भी बह गईं हैं।
भारी बरसात के बाद गंगा, काली, सरयू आदि नदियां उफान पर हैं। भूस्खलन से केदारनाथ हाईवे सहित प्रदेशभर में कई सड़कें बंद हो गईं हैं। नदियों के उफान पर आने से प्रशासन ने तटीय इलाकों में अलर्ट जारी किया है। बरसात के बाद भूस्खलन से कई मकान भी मलबे में दब गए हैं।
अतिवृष्टि से देहरादून, पौड़ी, टिहरी, चमोली, पिथौरागढ़ आदि जिलों में नुकसान हुआ है। प्रशासन द्वारा राहत व बचाव का कार्य किया जा रहा है। लेकिन, खराब मौसम प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर हो रही भारी वर्षा के कारण उत्पन्न परिस्थितियों के बारे में आपदा प्रबंधन विभाग से जानकारी ली। प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। प्रभावित क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन की टीमें लगातार कार्य कर रही हैं।
शनिवार तड़के देहरादून और आसपास के इलाकों में भारी बारिश ने कहर बरपाया है। मालदेवता के सरखेत में बादल फटने जैसे हालात हैं। यहां तड़के कई घरों में मलबा और पानी भर गया। एक रिसोर्ट परिवार के महिलाओं बच्चों समेत कुछ लोग फंस गए।
वहीं रायपुर-थानो रोड पर क्रिकेट स्टेडियम के पास सौंग नदी में बना पुल बह गया। इससे एक कार और तीन स्कूटी सवार नदी में जा गिरे। गनीमत रही कि उन्हें समय रहते रेस्क्यू कर लिया गया। घायल आठ लोगों को जौलीग्रांट अस्पताल में भर्ती कराया गया है।