Desk News: यातायात नियमों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ पुलिस चालान के साथ वाहन सीज करने की कार्रवाई करती है। कई मामलों में चालान इतना भारी भरकम होता है कि लोग पुरानी बाइक छुड़ाने के बजाए नई खरीदना पसंद करते हैं। इससे थाना-चौकियों में सीज वाहनों का जमावड़ा लग जाता है।
तय समय सीमा बीतने के बाद पुलिस सीज वाहनों की नीलामी कर देती है। लेकिन हल्द्वानी में सांपों की वजह से ऐसा नहीं हो पा रहा है।
हल्द्वानी में थाना चौकियों में सीज किए गए इतने वाहन जमा हो गए हैं कि उन्हें रखने के लिए अब जगह तक नहीं बची है। मजबूरन पुलिस को इन वाहनों को अग्निशमन विभाग कार्यालय के पीछे खाली पड़ी भूमि पर शिफ्ट करना पड़ा।
पुलिस प्रशासन ने वाहनों को शिफ्ट तो कर दिया, लेकिन नीलामी करना भूल गया। आलम यह है कि बाइकें घनी झाड़ियों से ढक गई हैं। झाड़ियों और बाइकों के बीच सांपों ने अपना बसेरा बना लिया है। इस खतरे के बीच अब कबाड़ कारोबारी भी बाइक उठाने को तैयार नहीं है। इससे बाइकें पड़े-पड़े जंग खाकर बर्बाद हो रही हैं।
पुलिस प्रशासन का दावा है कि हर छह माह में बाइकों की नीलामी की जाती है, लेकिन अग्निशमन कार्यालय के पीछे रखी बाइकों की हालत को देखकर अनुमान लगाया जा सकता है कि इनको लंबे समय से देखा भी नहीं गया।
सीज बाइकों को समय रहते नीलाम किया जाता तो पुलिस प्रशासन की लाखों रुपये की आय होती। अब 90 फीसदी बाइकों की हालत ऐसी है कि उन्हें सिर्फ कबाड़ के रूप में ही बेचा जा सकता है।
वाहनों की हर छह माह में नीलामी करने के निर्देश दिए गए हैं। अग्निशमन कार्यालय के पीछे रखे वाहनों को भी जल्द नीलाम किया जाना है। इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है।