ज्वालामुखी के अंदर UFO में छिपे थे एलियंस? शख्स ने कैमरे में किया कैद, एक्सपर्ट्स भी हैरान

by Kakajee News

एलियंस को लेकर लोगों में तरह तरह के मत हैं। कई लोगों का कहना है कि एलियंस जैसी कोई चीज नहीं होती। वहीं बहुत से लोग ऐसे भी हैं, जिन्होंने एलियंस को देखने के दावे किए हैं। कई लोगों ने एलियंस के विमान यानी यूएफओ को देखने के दावे किए हैं।

हालांकि पहले के जमाने में ये सब दावा करने वालों को पागल कह दिया जाता था, लेकिन अब ऐसे लोग सबूत के तौर पर फोटो और वीडियो दिखा देते हैं। ऐसे में वैज्ञानिक और शोधकर्ता भी परेशानी में पड़ जाते हैं। हाल ही एक शख्स ने यूएफओ देखने का दावा किया है।

ज्वालामुखी के पास यूएफओ देखने का दावा
पिछले दिनों एक शख्स ने यूएफओ देखने का दावा किया। उस शख्स ने सबूत के तौर पर फोटो भी दिखाई है। दावा किया जा रहा कि एक शख्स ने एलियंस के यान यानी यूएफओ को देखा, जो ज्वालामुखी के पास उड़ रहा था। शुरू में तो लोग उनके ऊपर विश्वास नहीं कर रहे थे, लेकिन जब उन्होंने तस्वीर दिखाई, तो सबके होश उड़ गए। हालांकि अभी तक इसकी गुत्थी पूरी तरह से सुलझ नहीं पाई है।

ज्वालामुखी के अंदर दिखी रहस्यमयी चीज
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कार्ला गार्सिया के बॉयफ्रेंड लुइस गुएरा मैक्सिको के एटलिक्सको के पास पोपोकेटेपेटल ज्वालामुखी को देखने गए थे। ये ज्वालामुखी सक्रिय है और लगातार लावे को निकाल रहा। साथ ही उसमें से लगातार धुंआ निकल रहा। वो उस ज्वालामुखी को देख ही रहे थे, तभी उनको वहां पर एक रहस्यमयी चीज दिखी।

फोटो खींच भेजी गर्लफ्रेंड को
लुइस ने उस रहस्यमयी चीज को देखते ही तुरंत अपना फोन निकाला और उस ज्वालामुखी की तस्वीर ली। इसके बाद उन्होंने उस फोटो को अपनी गर्लफ्रेंड कार्ला को भेजा। कार्ला सो रही थीं, जब वो सो कर उठीं और उस तस्वीर को देखा तो उसके होश उड़ गए। उसको लगा कि ये यूएफओ ही है। उसने तुंरत बॉयफ्रेंड को फोन करके एलिंयस वाली बात बताई। इसके बाद दोनों ने इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर डाला, तब से इस पर बहस छिड़ रही है।

यूजर्स ने उठाए सवाल
हालांकि कपल की इस फोटो को कुछ यूजर्स फर्जी बता रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि ये यूएफओ नहीं है, बल्कि इसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से बनाया गया है। वहीं एक अन्य ने लिखा कि अगर इसका वीडियो हो तो दिखाओ, तब हम मानेंगे वर्ना ये दावा करना छोड़ दो। हालांकि एक यूजर ने इसको सही माना। उन्होंने बताया कि ये सच में यूएफओ लग रहा, इसकी जांच होनी चाहिए।

Related Posts